नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच शुक्रवार को सार्थक बैठक हुई। मुलाकात के बाद उन्होंने वाशिंगटन डीसी में एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की। दोनों नेताओं ने अपनी बैठक के परिणामों पर चर्चा की, जो इंडो-पैसिफिक, व्यापार और Covid -19 पर केंद्रित थी।
इंडो-पैसिफिक
दोनों नेताओं ने स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की। उन्होंने समुद्री सुरक्षा, आर्थिक विकास और बुनियादी ढांचे की कनेक्टिविटी पर सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की। वे क्षेत्र में आतंकवाद और कट्टरपंथ के खतरे का मुकाबला करने के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए।
व्यापार
दोनों नेताओं ने भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच व्यापार और निवेश को बढ़ावा देने के तरीकों पर चर्चा की। उन्होंने व्यापार और निवेश पर एक नई वार्ता शुरू करने की घोषणा की, जिसकी सह-अध्यक्षता दोनों देशों के व्यापार मंत्री करेंगे। वे भारत-अमेरिका बीआईटी, एक द्विपक्षीय निवेश संधि, जिस पर कई वर्षों से बातचीत चल रही है, को समाप्त करने के लिए मिलकर काम करने पर भी सहमत हुए।
कोविड-19
दोनों नेताओं ने चल रही COVID-19 महामारी पर चर्चा की। वे वैक्सीन विकास, विनिर्माण और वितरण पर जानकारी और सर्वोत्तम प्रैक्टिस को साझा करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए। उन्होंने वैश्विक स्वास्थ्य सुरक्षा पर सहयोग को मजबूत करने के तरीकों पर भी चर्चा की।
अन्य मुद्दे
दोनों नेताओं ने जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा सुरक्षा और अंतरिक्ष सहयोग सहित कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की। वे आने वाले वर्षों में इन मुद्दों पर मिलकर काम करना जारी रखने पर सहमत हुए।
की गई घोषणाएँ
इंडो-पैसिफिक, व्यापार और COVID-19 पर चर्चा के अलावा, दोनों नेताओं ने कई घोषणाएँ भी कीं:
- संयुक्त राज्य अमेरिका भारत को COVID-19 राहत और वैक्सीन विकास के लिए 3 बिलियन डॉलर का वित्तपोषण प्रदान करेगा।
- दोनों देश अंतरिक्ष सहयोग पर एक नई बातचीत शुरू करेंगे।
- दोनों देश जलवायु परिवर्तन पर एक नई पहल विकसित करने के लिए मिलकर काम करेंगे।
ये घोषणाएँ कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर साथ मिलकर काम करने की दोनों देशों की मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं।
मुख्य उद्धरण
राष्ट्रपति बिडेन ने कहा, "संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत स्वाभाविक भागीदार हैं।" "हम इंडो-पैसिफिक के लिए एक साझा दृष्टिकोण साझा करते हैं, और हम एक स्वतंत्र और खुले क्षेत्र के निर्माण के लिए मिलकर काम करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
प्रधान मंत्री मोदी ने कहा, "भारत संयुक्त राज्य अमेरिका के लिए एक महत्वपूर्ण भागीदार है।" "हम अपने समय की चुनौतियों से निपटने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं, और हम अपने दोनों देशों के लिए एक मजबूत और समृद्ध भविष्य के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
प्रतिक्रियाएं
संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को गलियारे के दोनों ओर से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। अमेरिकी सांसदों ने साथ मिलकर काम करने की प्रतिबद्धता के लिए दोनों नेताओं की सराहना की और भारतीय विश्लेषकों ने कहा कि यह बैठक अमेरिका की विदेश नीति में भारत के बढ़ते महत्व का संकेत है।
आगे का रास्ता
पीएम मोदी और राष्ट्रपति बिडेन के बीच बैठक भारत-अमेरिका संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम थी। दोनों नेताओं के बयान और घोषणाएं कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर साथ मिलकर काम करने की उनकी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। आगे बढ़ने का रास्ता इस गति को आगे बढ़ाना और भारत और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच साझेदारी को गहरा करना जारी रखना है।
निष्कर्ष
पीएम मोदी और राष्ट्रपति बिडेन के बीच बैठक सार्थक रही। दोनों नेताओं ने कई मुद्दों पर चर्चा की और कई महत्वपूर्ण पहलों पर मिलकर काम करने पर सहमति व्यक्त की। यह मुलाकात भारत और अमेरिका के बीच मजबूत और बढ़ती साझेदारी का संकेत है। दोनों नेताओं के बयानों ने कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर साथ मिलकर काम करने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।