लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा बजट सत्र के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ मेले से जुड़ा एक चौंकाने वाला तथ्य साझा किया। उन्होंने बताया कि प्रयागराज महाकुंभ में एक नाविक परिवार ने 45 दिनों में 30 करोड़ रुपये की कमाई की।Sailor family earned Rs. 30 crores in Mahakumbh mela at Prayagraj in 45 days.
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UP CM Yogi Adityanath made various claims after successful completion of Mahakumbh 2025 at Prayagraj |
अखिलेश की पार्टी को दिया करारा जवाब
सीएम योगी ने बताया कि इस परिवार के पास 130 नावें थीं, और एक नाव प्रतिदिन 50 से 52 हजार रुपये कमा रही थी। उन्होंने इस आंकड़े के जरिए समाजवादी पार्टी के नाविकों के शोषण के आरोपों का करारा जवाब दिया। उनके बयान के बाद विधानसभा तालियों से गूंज उठी।
इसके अलावा, उन्होंने 27 फरवरी को प्रयागराज यात्रा का जिक्र करते हुए मां गंगा के प्रति कृतज्ञता जताई और स्वच्छता व स्वास्थ्यकर्मियों के योगदान की सराहना की।
अधिकारी-कर्मचारियों को दिया धन्यवाद
उन्होंने महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए नाविकों के साथ एक कार्यक्रम किया और उनके लिए विशेष पैकेज की घोषणा की। इसके अलावा, श्रद्धालुओं के सुगम परिवहन के लिए परिवहन और रेलवे विभाग के अधिकारियों व कर्मचारियों का धन्यवाद किया। सुरक्षा और व्यवस्था संभालने वाले अधिकारियों व कर्मियों के सम्मान में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें दोनों उपमुख्यमंत्री भी मौजूद रहे।
महाकुंभ से हुआ करीब 4 लाख करोड़ का व्यापार
महाकुंभ 2025 से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को करीब 3.5 लाख करोड़ रुपये का लाभ होने का अनुमान है। प्रयागराज और आसपास के जिलों को इसका सीधा और अप्रत्यक्ष रूप से आर्थिक फायदा मिला है। भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार वी. अनंत नागेश्वर के अनुसार, महाकुंभ के चलते उपभोग खर्च में तेज वृद्धि होगी, जिससे भारत को चालू वित्त वर्ष में 6.5% की विकास दर हासिल करने में मदद मिलेगी।
महाकुंभ से होटल उद्योग में 40,000 करोड़, खाने-पीने और दैनिक उपयोग की वस्तुओं में 33,000 करोड़, परिवहन में 1.5 लाख करोड़, पूजन सामग्री में 20,000 करोड़, दान में 660 करोड़, टोल टैक्स में 300 करोड़ और अन्य क्षेत्रों में 66,000 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ। कुल मिलाकर, यह आयोजन 3.96 लाख करोड़ रुपये की आर्थिक समृद्धि लेकर आया है।
महाकुंभ ने विदेशी मीडिया को किया प्रभावित, दुनिया भर में सराहना
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस बार महाकुंभ को लेकर विदेशी मीडिया की प्रतिक्रिया बेहद सकारात्मक रही। वॉल स्ट्रीट जनरल ने इसे अमेरिका की कुल आबादी से बड़ा आयोजन बताया, जबकि बीबीसी ने इसे मानवता का सबसे बड़ा समागम कहा।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून ने इसे दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक समारोह बताया, वहीं न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि इसमें श्रद्धालुओं के साथ नेता और हस्तियां भी शामिल हुईं। रॉयटर्स ने इसे 'डिजिटल कुंभ' बताया, जहां तकनीक का बेहतरीन इस्तेमाल हुआ। गार्डियन ने इसे 'पर्वों का पर्व' कहा, जबकि सीएनएन ने 60 करोड़ से अधिक लोगों की भागीदारी को आस्था की अभिव्यक्ति का शानदार नजारा बताया।
यूनेस्को के डायरेक्टर टीम कर्टिस ने कुंभ मेले को मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर बताते हुए कहा कि यह आयोजन विश्व को एक नई सांस्कृतिक दृष्टि प्रदान करता है।
महाकुंभ आयोजन पर 7.5 हजार करोड़ खर्च, प्रयागराज में हुआ बड़ा विकास – सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में बताया कि महाकुंभ आयोजन के लिए सरकार ने 7.5 हजार करोड़ रुपये खर्च किए। यह खर्च केवल कुंभ तक सीमित नहीं था, बल्कि प्रयागराज के स्थायी विकास की रूपरेखा तैयार करने का भी हिस्सा था। इस दौरान 200 से अधिक सड़कों का चौड़ीकरण, 14 फ्लाईओवर, 9 अंडरपास और 12 कॉरिडोर बनाए गए।
सीएम योगी ने कहा कि इस निवेश के साथ 3 लाख करोड़ रुपये का व्यापार भी हुआ। उन्होंने श्रंग्वेरपुर में भगवान राम और निषाद राज की मिलनस्थली पर कॉरिडोर निर्माण का उल्लेख करते हुए इसे विरासत और आस्था से जुड़ा कदम बताया। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके लिए यह सिर्फ वोट बैंक था, जबकि सरकार इसे सांस्कृतिक धरोहर के रूप में सहेज रही है।